Dive into the Darkness with Praveen

La Lechuza- उल्लू चुड़ैल की कहानियाँ

Real Ghost Stories from India-Hindi Horror Stories-25062024 4

क्या आपने कभी किसी चुड़ैल को देखा है.. अगर नहीं.. तो डरिये.. क्योंकि आज रात आपका सामना एक खूंखार भूखी चुड़ैल से होने जा रहा है..

मैं हूँ आपका होस्ट प्रवीण.. और मेरे यूट्यूब चैनल “हिंदी हॉरर स्टोरीज” में आपका स्वागत है.. और आज मैं आप लोगों को डराने के लिए लेकर आया हूँ मैक्सिको की फेमस चुड़ैल, ला लेचूज़ा यानी कि उल्लू चुड़ैल की कुछ बहुत ही मजेदार रियल स्टोरीज..
और लास्ट स्टोरी में मैं आपको प्रूफ के साथ दिखाऊंगा कि ये चुड़ैल कैसी दिखती है और इसको उल्लू चुड़ैल क्यों कहते हैं..

ला लेचूज़ा या ला लेचूज़ा जो भी इसका नाम है, इसके बारे में इंडिया में तो इतना सुनने को नहीं मिलता.. लेकिन मैक्सिको में इस चुड़ैल की इतनी दहशत है ना कि अगर वहां किसी को कोई असली उल्लू भी दिखाई दे जाए तो ये उसको पत्थर मार के भगा देते हैं.. कि कहीं वो कोई चुड़ैल ना हो और रात में इनको पकड़ के ना खा जाए.. मैक्सिको और फिलीपींस जैसे देशों में ला लेचूज़ा के सैकड़ों हजारों किस्से सुनने को मिलते हैं.. हजारों लोग हैं जो इस चुड़ैल को देखने का.. इससे सामना होने का दावा करते हैं.. बताते हैं कि असल में ये एक ऐसी चुड़ैल होती है जिसका शरीर तो एक बड़े से उल्लू के जैसा होता है लेकिन इसका मुँह एक बूढ़ी औरत का होता है.. लोगों का मानना है कि ये चुड़ैल असल में एक बूढ़ी औरत होती है जो दिन में तो अपने नॉर्मल इंसानी रूप में रहती है लेकिन रात में ये उल्लू का रूप ले लेती है जिससे कि ये हवा में उड़ सके और अपने शिकार को ढूंढ सके.. बताते हैं कि एक बार मैक्सिको के किसी गाँव में आये दिन मौतें होने लगी थीं.. लोगों को यकीन था कि इसके पीछे उल्लू चुड़ैल का हाथ है.. तो एक दिन गाँव के लोगों को दिन में एक घर के ऊपर एक उल्लू बैठा दिखाई दिया तो उन्होंने उस उल्लू को पकड़ लिया और एक पेड़ से बाँध के लटका दिया.. रात भर वो उल्लू उसी पेड़ से ही बंधा लटका रहा.. और जानते हो अगली सुबह जब लोगों ने उस उल्लू को देखा तो वो उल्लू एक बूढ़ी औरत के रूप में बदल चुका था..
ये चुड़ैल अपने शिकार को अपनी तरफ लाने के लिए कई बार किसी छोटे बच्चे के रोने की आवाज निकालती है, या एक अजीब सी सीटी जैसी आवाज निकालती है.. और अगर आप इसकी आवाज सुनके इसके पास चले गए तो फिर आपको दुनिया में कोई नहीं बचा सकता.. अब ये चुड़ैल उल्लू का ही रूप क्यों लेती है इसका कोई पक्का कारण तो मुझे नहीं पता, लेकिन उल्लू एक ऐसा जीव है जिसको ज्यादातर कल्चर्स में बहुत अशुभ मतलब मनहूस माना जाता है.. बहुत सी जगहों पर तो ब्लैक मैजिक के लिए भी उल्लू के नाखून और पंखों वगैरा का इस्तेमाल किया जाता है.. और ये ब्लैक मैजिक बहुत स्ट्रॉन्ग होता है..
बताया जाता है कि ये चुड़ैल असल में एक इंसान थी.. लेकिन एक बार इसको और इसके बच्चे को किसी ने बहुत बेरहमी से मार दिया, जिसके बाद ये चुड़ैल बन गई और दूसरों के बच्चों का शिकार करने लगी.. जबकि कुछ लोग बताते हैं कि ये असल में किसी ज़माने में एक बहुत बड़ी जादूगरनी थी जिसने शैतान मतलब डेविल से अपने जिस्म का सौदा किया था.. इसने अपनी खूबसूरती और काले जादू के बल पे बहुत से लोगों की जान ली थी.. इसलिए आखिर में इसको ये श्राप लगा कि ये हमेशा एक बूढ़ी औरत के रूप में ही भटकती रहेगी.. अब इन सब बातों में कितनी सच्चाई है और कितना झूठ है इसका फैसला मैं आपके ऊपर छोड़ता हूँ.. और मैं सुनाता हूँ आपको इस चुड़ैल की 3 बहुत ही मजेदार रियल स्टोरीज.. Horror Stories in Hindi. Ghost Stories in Hindi. Bhoot Story. Hindi Horror Stories. Real Ghost Stories in Hindi. Haunted Places in India in Hindi. Horror Stories in Hindi. Ghost Stories in Hindi. Bhoot Story. Hindi Horror Stories. Real Ghost Stories in Hindi. Haunted Places in India in Hindi.

ये फर्स्ट स्टोरी मैक्सिको के एक लड़के की है जो Van Ormy नाम के एक छोटे से शहर में रहता था.. तो ये बताता है कि बहुत साल पहले की बात है, जब इसकी उम्र 10-11 साल रही होगी.. तो हुआ यूँ कि एक बार ये लड़का शाम के समय अपने घर में बैठा वीडियो गेम्स खेल रहा था.. इसके पापा जॉब पे गए हुए थे.. और उनके घर वापस आने का समय हो रहा था.. रात करीब 7:30 बजे का समय होगा.. दिन ढल चुका था.. और उस दिन आसमान में चाँद पूरा निकला हुआ था.. अब इनका जो घर था उसके पीछे की तरफ करीब 50 कदम दूर इसकी दादी का भी घर था.. तो ये बताता है कि अपने कमरे में वीडियो गेम खेल ही रहा था कि तभी इसको पीछे वाले गेट के बाहर कोई चलता हुआ दिखाई दिया.. तो इसने जल्दी से पीछे वाली खिड़की के पास जाकर वहाँ से पर्दा हटाया और बाहर देखने लगा कि बाहर कौन है.. लेकिन बाहर कोई नहीं था.. तो इसको लगा कि शायद इसके पापा होंगे, वो पीछे इसकी दादी के यहाँ मिलने गए होंगे और वहाँ से इनके पीछे वाले दरवाजे से होते हुए आगे आ रहे होंगे.. तो ये भाग के आगे वाले दरवाजे पे गया दरवाजा खोलने के लिए.. लेकिन बाहर जा के जब इसने दरवाजा खोला तो बाहर इसके पापा नहीं थे.. बाहर एक बहुत बड़ी कोई बर्ड थी.. मतलब कि ये बताता है कि वो बर्ड इतनी बड़ी होगी जैसे कोई पूरे का पूरा भालू बैठा हो.. लेकिन वो थी पक्का कोई बर्ड ही.. क्योंकि उसके साफ-साफ दो बड़े-बड़े पंख दिखाई दे रहे थे.. और वो इनके घर से करीब 20 कदम दूर रोड के साइड में बैठी थी और सीधा इसी की तरफ देख रही थी.. बिल्कुल काले रंग के पंख.. लेकिन ये उसको देख के डरा नहीं.. क्योंकि इसको लगा कि शायद वो कोई बड़ा आदमी है जो कॉस्ट्यूम पहन के वहाँ बैठा है.. लेकिन अँधेरे में उसकी आँखें बड़े-बड़े बल्ब जैसी चमक रही थी.. अब यह बताता है कि पहले तो इसको डर नहीं लग रहा था लेकिन जिस तरह से वो बड़ी सी भालू जैसी बर्ड सीधा इसकी आँखों में ही देखे जा रही थी इसको बहुत अजीब सा महसूस होने लगा था। वो कुछ देर तो वहीं खड़ा रहा, और फिर वो धीरे से दरवाजा बंद करके अंदर चला गया। और अंदर खिड़की से पर्दा हटा के चुप चुप के बाहर देखने लगा। लेकिन तभी इसको इसके पापा की कार के आने की आवाज सुनाई दी। और उनकी कार के आते ही उस बर्ड ने अपने बड़े बड़े पंख फैलाए और फड़फड़ाती हुई वहां से उड़ के चली गई।
अब इसके पापा घर के अंदर आए तो इसने उनको बताया उस बड़ी सी बर्ड के बारे में। लेकिन इसके पापा ने उसकी बात को हंसते हुए टाल दिया। मतलब सीरियस ही नहीं लिया इसकी बात को। लेकिन फिर अगले दिन जब इसकी दादी इनके घर आई हुई थी तो इसने यह बात अपनी दादी को भी बताई। तो इसकी दादी तो यह सुनते ही जैसे बहुत डर गई। वो जोर जोर से प्रार्थनाएँ बोलने लगी। और इसकी बॉडी पे अंडे फेरने लगी। मतलब जो भी इनके कल्चर में किया जाता होगा बुरी चीजों को दूर रखने के लिए।
फिर इसकी दादी बोली कि वो पक्का कोई लेचुज़ा होगी। उसके अलावा इतनी बड़ी बर्ड और कोई नहीं हो सकती। यह बताता है कि वो पहली बार था जब इसने लेचुज़ा के बारे में सुना था। यह बताता है कि उस दिन के बाद से इसकी दादी हर दिन इसके पास आके प्रार्थना करती थी। जिससे कि वो चुड़ैल इससे दूर रहे। इसकी दादी बताती थी कि लेचुज़ा एक बार किसी को अपना शिकार चुन ले तो फिर वो उसको छोड़ती नहीं है। इसलिए उसको दूर रखने के लिए लगातार प्रार्थनाएँ की जानी होती हैं।
अब इसके बाद अगले कुछ दिनों तक तो सब कुछ ठीक रहा। वो उल्लू चुड़ैल इसको फिर से दिखाई नहीं दी। मतलब ये डेली प्रेयर्स भी करते थे, लेकिन वो चुड़ैल इनको कुछ दिन दिखाई नहीं दी।
लेकिन फिर करीब 7-8 दिन बाद इनके यहाँ एक बहुत तेज तूफ़ान आया। बारिश नहीं हुई। बस तेज तूफ़ान आया था। और मजे की बात ये इसकी दादी का घर जो बिलकुल इसके घर के पास ही था उनके घर पे तूफ़ान से कोई नुकसान नहीं हुआ। लेकिन इनके घर में, इनके घर में इतना तेज तूफ़ान आया कि घर के बाहर रखा इनका सारा सामान उड़ गया। सारा फर्नीचर और दूसरा सामान तूफ़ान में तहस नहस हो गया।
लेकिन जानते हो ये बताता है कि उस रात वो तूफ़ान कोई नॉर्मल तूफ़ान नहीं था। क्योंकि इसको तूफ़ान में ऐसी आवाज़ आ रही थी जैसे कोई बड़ी सी चिड़िया तेज तेज अपने पंख फड़फड़ा रही हो। और उससे ये तूफ़ान आ रहा हो। ये घर के अंदर ही दुबका रहा।
लेकिन फिर अगली सुबह जब तूफ़ान शांत हो गया, और इसने घर के बाहर निकल के देखा तो इनके सामान के मलबे के साथ साथ जानते हो और क्या पड़ा था। काले रंग के बड़े बड़े पंख। बाहर इनका सारा सामान फैला पड़ा था और उसी मलबे के बीच बीच में वो बड़े से पंख पड़े थे। वो पंख इतने बड़े थे कि किसी पक्षी के तो हो ही नहीं सकते।
इसकी दादी बताती है कि वो लेचुज़ा के ही पंख थे। जो शायद आखिरी बार उस रात इसके घर पे आयी थी। वो शायद बहुत गुस्से में थी कि वो इसको अपना शिकार नहीं बना पा रही है। और उस तूफ़ान का मतलब था कि अब वो वहां से चुकी है। लेकिन इसके बाद भी इन्होंने कई दिनों तक प्रेयर करना नहीं छोड़ा। और उस दिन के बाद से इसको न तो वो उल्लू चुड़ैल दिखाई दी और ना उसका कोई पंख मिला।

ये दूसरी कहानी है मेक्सिको के कोरालो शहर की। तो हुआ ऐसा था कि ये बताते हैं ये साल 1988 की बात है। ये पास की ही एक दूसरे शहर जिसका नाम मोंटेरी है वहां जॉब किया करते थे… और इनका काम ऐसा था कि इनको रात में निकलते निकलते काफी देर हो जाती थी। मतलब रात के 9-10 तो बज ही जाते थे। और उन दिनों.. मतलब 1988 में मेक्सिको में इतना डेवलपमेंट भी नहीं हुआ था। वो पूरा गांव का रूरल इलाका था। इसलिए रात के समय इलाका बिलकुल सुनसान हो जाता था।

तो एक बार ऐसा हुआ कि रात में ये रोज की तरह अपना काम खत्म करके अपने घर वापस आ रहे थे। अब ये जिस जगह काम करते थे ना वो असल में एक फार्म था। जहां बहुत सारे घोड़े बंधे होते थे। तो वो जगह ऐसी थी कि इनको अपना स्कूटर उस फार्म से करीब 400-500 मीटर दूर खड़ा कर के वहां से पैदल पैदल ही अंदर तक आना होता था। तो अब काम खत्म कर के ये पैदल पैदल ही अपने स्कूटर के पास जाने लगे।

Horror Stories in Hindi. Ghost Stories in Hindi. Bhoot Story. Hindi Horror Stories. Real Ghost Stories in Hindi. Haunted Places in India in Hindi. Horror Stories in Hindi. Ghost Stories in Hindi. Bhoot Story. Hindi Horror Stories. Real Ghost Stories in Hindi. Haunted Places in India in Hindi.

अब ये बताता है कि ये जैसे ही उस गली से जाने लगा ना, जो दोनों तरफ से पेड़ों से भरी थी। इसको एक अजीब सी सीटी जैसी आवाज सुनाई दी। जैसे कोई सीटी बजा रहा हो। लेकिन वो कोई नॉर्मल सीटी की आवाज नहीं थी। ऐसा लग रहा था जैसे कोई सुअर सीटी की आवाज निकाल रहा हो। मतलब बहुत ही अजीब आवाज थी। वो जो कोई भी था जान बूझ के इसको अपनी आवाज सुनाना चाह रहा था। इसका ध्यान अपनी तरफ लाने के लिए। लेकिन इसने ध्यान नहीं दिया। बस चुपचाप जल्दी से अपने स्कूटर के पास पहुंचा। और वहां से जाने लगा।

लेकिन हैरानी की बात थी कि स्कूटर से जाते हुए भी वो सीटी की आवाज इसको आए जा रही थी। बल्कि थोड़ी देर बाद तो आवाज के साथ साथ ऐसा भी लगने लगा जैसे साइड में लगे पेड़ों में कोई बहुत बड़ी सी चीज ऐसे सरसराहट के साथ आगे बढ़ रही थी। और वो चीज इतनी तेजी से आ रही थी जैसे उड़ रही हो। लेकिन अंधेरे की वजह से कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा था। मेक्सिको में क्राइम तो बहुत था, लेकिन चूंकि वो गांव का इलाका था इसलिए वहां क्राइम नहीं था, लेकिन फिर भी इसको लगा कि शायद कोई चोर लुटेरा हो सकता है, तो इसने स्कूटर रोका ही नहीं। बस तेजी से वहां से जाता रहा।

लेकिन अजीब बात ये थी कि अगर वो कोई चोर लूटेरा होता तो भी वो उन पेड़ों के बीच इतनी तेज से नहीं जा सकता था। फिर 10-15 मिनट बाद वो उस जंगल वाले इलाके से निकल के प्लेन इलाके में पहुंच गया। जहां रोड के आसपास पेड़ नहीं थे। उस रोड पे जाके वो सीटी की आवाज और वो सरसराहट बंद हो गई। इसने राहत की सांस ली। इसको लगा कि शायद वो जो कुछ भी था, अब पीछे ही छूट गया है। लेकिन इसको मन में महसूस हो रहा था जैसे कोई अभी इसका पीछा कर रहा है।

लेकिन फिर करीब आधे घंटे बाद ये अपने गांव पहुंच गया। अब इसका जो घर था वो ऐसा था कि उसकी छत को ऊपर मेटल शीट्स से ढका हुआ था। और जो बाथरूम था वो भी घर के बाहर था। और घर में इसकी वाइफ इसका छोटा बेटा, जो तब मुश्किल से 8-9 महीने का था, और इसकी मां इतने ही लोग रहते थे। तो रात 11 बजे के करीब ये अपने घर पहुंचा तो देखा कि इसकी वाइफ बाथरूम में बच्चे को नहला रही थी। जबकि इसकी मां घर के अंदर इसके लिए खाने की तैयारी कर रही थी। तब तक ये भी नॉर्मल हो गया था। मतलब वो डर वाली फीलिंग जा चुकी थी।
तो ये अपने घर में आया और चेंज वगैरह कर के टीवी देखने लगा। कुछ ही देर बाद इसकी मां ने खाना लगा दिया और अब इसने बस खाना खाना शुरू ही किया था कि वही सीटी वाली आवाज फिर से आने लगी। आवाज आयी तो ये एकदम से खाना खाते खाते रुक गया। इसने अपनी वाइफ से पूछा कि तुमको भी वो आवाज सुनाई दी क्या। इसकी वाइफ बोली नहीं तो.. मुझे तो कोई आवाज नहीं आयी। किस आवाज की बात कर रहे हो।
लेकिन इसकी बात सुनके इसकी मां के कान खड़े हो गए। इसकी मां ने पूछा कि तुमको कैसी आवाज आ रही है, तो उसने बताया कि मुझे अजीब सी सीटी की आवाज आ रही है। तो इसकी मां एकदम से समझ गयी.. कि ये तो लेचुज़ा की आवाज है। ऊपर से उनके घर में एक छोटा बच्चा भी था। और वो जानती थी कि लेचुज़ा छोटे बच्चों को ही अपना शिकार बनाती है। तो इसकी मां ने जल्दी से जा के उस बच्चे को अपनी गोद में ले लिया और यूं छुपा लिया।
साथ ही बताऊं कि ये लोग क्रिश्चियन थे, तो इसकी मां उसी वक्त जोर जोर से इनकी जो भी प्रेयर्स थीं वो बोलने लगी। और फिर पता है क्या हुआ.. जैसे ही उन्होंने प्रेयर्स बोलनी शुरू की इनके ऊपर उस टिन की छत से किसी के भारी कदमों की आवाज आने लगी। अब इसकी मां और वाइफ तो बुरी तरह डर गए। इसने डंडा उठा के बाहर जा के चेक भी करना चाहा लेकिन इसकी मां ने इसका हाथ पकड़ लिया। इसको बाहर नहीं जाने दिया।
अब जैसे जैसे ये लोग प्रेयर कर रहे थे छत से वो आवाज बढ़ती जा रही थी। जैसे कोई बहुत बुरी तरह ऊपर कूद रहा हो। एक बार तो ऐसा लगा जैसे इनकी छत अभी टूट जाएगी। 4-5 मिनट तक ऐसे ही चलता रहा। और फिर एकदम से वो कूदने की आवाज बंद हो गयी। लेकिन आवाज बंद होते ही इनको खिड़की के बाहर से एक बहुत डरावनी हंसी सुनाई दी। जैसे कोई बूढ़ी औरत हंसी हो। और इसके बाद सब कुछ शांत हो गया।
इसके बाद ये तीनों पूरी रात नहीं सोए। क्योंकि इनको डर था कि कहीं वो चुड़ैल फिर से न आ जाए और इनके बच्चे को न ले जाए। लेकिन वो नहीं आयी। फिर अगली सुबह इसने ऊपर छत पे भी जा के देखा। लेकिन हैरानी की बात थी कि ऊपर कोई निशान नहीं था। मतलब कोई स्क्रैच मार्क्स, कोई पंजों के निशान, ऐसा कुछ भी नहीं जिससे कि ये लगे कि रात में कोई भारी चीज यहां कूद रही थी।
ये बताते हैं कि पहले तो ये लेचुज़ा को सिर्फ किस्से कहानियों में बच्चों को डराने के लिए सुनाने वाली फर्जी चुड़ैल ही मानते थे लेकिन उस रात के बाद इनको पक्का यकीन हो गया कि वो चुड़ैल सच में होती है।

ये अगली कहानी भी मेक्सिको की है। और ये कहानी जिसने बताई है ये सब असल में उनकी एक मौसी के साथ हुआ था। तो बेसिकली हुआ ऐसा था कि ये बताती हैं कि ये 1988 की बात है।
इनकी मौसी के पापा यानी कि इनके जो नानाजी थे उनका घर बहुत बड़ा हुआ करता था। उनकी टोटल 6 बेटियां थीं और सिर्फ एक बेटा था।
तो उनकी जो दूसरे नंबर की बेटी थी उसका नाम लीसा था। लीसा के साथ बचपन से ही कुछ ऐसा था कि ऊपरी चीजें हमेशा उसको फॉलो करती ही रहती थीं।
और अपनी शादी से पहले तक भी.. जब लीसा 21 साल की हो चुकी थी.. वो सारी बहनें एक ही रूम में सोया करती थीं… मतलब बेड अलग अलग होते थे लेकिन सारी बहनें एक ही कमरे में सोती थीं। और लीसा की छोटी बहन जिसका नाम एलिजा था वो और लीसा दोनों एक ही बेड पे सोती थीं…
तो एक बार क्या हुआ कि ये दोनों बहनें लीसा और एलिजा रात में बहुत देर तक लेटी लेटी आपस में बातें कर रही थीं। और उनका जो बेड था वो बिलकुल खिड़की के साथ लगा था। और वो दोनों इस तरह से लेटी थीं कि लीसा का मुंह सामने उस खिड़की की तरफ था और एलिजा की पीठ खिड़की की तरफ थी। मतलब दोनों आमने सामने मुंह करके लेटी बातें कर रही थीं।
अब क्या हुआ कि लीसा अचानक से बातें करती करती चुप हो गई.. खिड़की की तरफ देखती हुई। और उसके चेहरे के एक्सप्रेशंस भी एकदम से चेंज हो गए। तो एलिजा ने उससे पूछा.. कि तुमको क्या हुआ.. तो लीसा ने बताया कि उसको अभी अभी बाहर कोई बूढ़ी औरत दिखाई दी और वो सीधा उन्हीं के तरफ देख रही थी।
उसकी हाइट बहुत छोटी थी। और उसका पेट निकला हुआ था और उसने बिलकुल काले कपड़ों जैसा कुछ पहना हुआ था। मतलब वो कपड़े कम और पंख ज्यादा लग रहे थे.. जैसे बड़े बड़े काले पंख हों.. जैसे कौवे के पंख होते हैं.. बिलकुल काले…
और उसकी आंखें बिलकुल लाल थीं.. खून जैसी लाल। और उसकी आंखों के अंदर प्यूपिल्स नहीं थे.. ना ही सफेद वाला पार्ट था.. सिर्फ चमकती हुई लाल आंखें। लीसा ने बताया कि पहले तो उसको लगा कि वो कोई बड़ी सी चिड़िया है.. लेकिन वो बिलकुल किसी बूढ़ी औरत के जैसे दिख रही थी।
और लीसा लगातार उसको ही देखे जा रही थी ये कन्फर्म करने के लिए कि वो वाकई में कोई चिड़िया है या कुछ और। लीसा को लगा कि अगर उसने एक पल के लिए भी उससे नजर हटाई तो वो गायब हो जाएगी.. और फिर सब उसको झूठा या पागल बोलेंगे.. इसलिए डरे होने के बावजूद वो बिना पलक झपकाए उस बूढ़ी औरत की शक्ल वाली चिड़िया को देखे जा रही थी।
और बिना उससे नजर हटाए ही उसने एलिजा को भी उन लाल आंखों के बारे में बताया और उस तरफ देखने को बोला।
लेकिन एलिजा छोटी थी। उसने तो ये सुनते ही डर के मारे अपनी आंखें जोर से बंद कर लीं और उस तरफ देखने को साफ मना कर दिया।
अब लीसा भी डर के मारे कांपने लगी थी। और फिर आखिर में जब वो और बरदाश्त नहीं कर सकी तो उसने भाग के बल्ब का बटन दबाया। लेकिन बटन ऑन करते ही बल्ब जोर से फट गया।
बल्ब फटते ही लीसा इतनी जोर से चिल्लाई कि घर में सबकी आंख खुल गई। सब जल्दी से उसके पास आए तो उसने सबको उस बूढ़ी औरत के बारे में बताया। लेकिन किसी ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया।
लीसा पागलों की तरह रोए जा रही थी। सबने बाहर उस पेड़ पर भी देखा, जिसपे लीसा ने उस बुढ़िया को बैठे देखा था। लेकिन पेड़ पर अब कोई नहीं था। ना उस सड़क पर कोई था। सब को लगा कि लीसा को ही जरूर कोई धोखा हो गया होगा। किसी ने उसकी बात पर यकीन नहीं किया। और फिर धीरे धीरे कुछ समय बाद सब लोग इस बात को भी भूल गए।
लेकिन फिर ये बताते हैं कि साल 2005 में.. मेक्सिको के न्यूज चैनल्स पर एक स्टोरी आई थी — बताया जा रहा था कि दो पुलिसवालों को हवा में कुछ अजीब सा उड़ता दिखाई दिया था। वो उसको चुड़ैल बता रहे थे।
कई न्यूज चैनल्स पर उन पुलिस वालों का इंटरव्यू भी आया जिसमें उन्होंने उस चुड़ैल के बारे में बताया था। आप चाहें तो वो इंटरव्यू यूट्यूब पर भी देख सकते हैं। लिंक मैं इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में डाल दूंगा। इंटरव्यू स्पैनिश में हैं। पूरा इंटरव्यू तो मैं आपको नहीं दिखा सकता कॉपीराइट रीजन्स की वजह से, लेकिन उसके कुछ क्लिप्स मैं आपको दिखाता हूं, और उन पुलिसवालों की बातों को हिंदी में ट्रांसलेट करके बताता हूं।
उनमें से एक पुलिसवाले ने बताया कि उन्होंने जंगल में औरत देखी जिसने काले कपड़े पहने हुए थे। और वो कपड़े बिलकुल पंखों से बने लग रहे थे। और उसके दो बड़े बड़े पंजे थे। दूसरे पुलिसवाले ने बताया कि वो बुढ़िया हवा में उड़ रही थी बिलकुल किसी चिड़िया की तरह। उन्होंने उसी इंटरव्यू में उस चुड़ैल की एक तस्वीर भी बना के दिखाई। और जो तस्वीर उन्होंने बनाई थी.. वो ये है….

ये कहानी आप मेरे YouTube Channel पर भी सुन सकते हैं |
उल्लू चुड़ैल- La Lechuza- Hindi Horror Stories by Praveen
मेरे YouTube Channel- Hindi Horror Stories को सब्सक्राइब करना न भूलें |
मुझे Instagram पर फॉलो करें |
मुझे Spotify पर सुनें |
मेरा Facebook Page Like करें|
मुझे X पर फॉलो करें |
Home Page पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें |
Real Ghost Stories पढने के लिए यहाँ क्लिक करें |
Mystery Stories पढने के लिए यहाँ क्लिक करें |
Indian Horror Stories पढने के लिए यहाँ क्लिक करें |
Urban Legends के बारे में पढने के लिए यहाँ क्लिक करें |
मेरी वेबसाइट की सभी Horror Stories पढने के लिए यहाँ क्लिक करें |
Animated Horror Videos देखने के लिए यहाँ क्लिक करें |
मेरे दुसरे चैनल Praveen’s Horror World को भी सब्सक्राइब करें |

Latest Stories

छत्तीसगढ़ की गार्गी का हुआ प्रेत से सामना- सच्ची भूतिया कहानियाँ

छत्तीसगढ़ की गार्गी का हुआ प्रेत से सामना- सच्ची भूतिया कहानियाँ

Hello दोस्तों.. हिंदी हॉरर स्टोरीज YouTube चैनल में आपका स्वागत है। और मैं प्रवीण आज फिर से लेकर हाज़िर हूँ भूतों की कुछ और सच्ची

Read More »